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Pregnancy Journey
21 August 2023 को अपडेट किया गया
बहुत सी माएं अपने शिशु के मानसिक विकास के लिए अलग अलग भोजन तलाशती हैं. चिकित्सक भी शिशु के संपूर्ण विकास के लिए सप्लीमेंट और विटामिन के सेवन का परामर्श देते हैं. फिर भी, गर्भवती महिलाओं को अपनी डाइट में बदलाव लाने से पहले यह जानना चाहिए कि कौन से पोषक तत्व उनके शिशु के मानसिक विकास में मददगार होंगे.
शिशु का मानसिक विकास गर्भावस्था के शुरुआती चरण से ही होने लगता है और यह विकास संपूर्ण गर्भावस्था में जारी रहता है. शिशु के मानसिक विकास को प्रभावित करने वाले मुख्य तत्व हैं जेनेटिक्स और पोषण. शिशु के मानसिक विकास को सामान्य तौर पर गर्भावस्था के 22वें सप्ताह में देखा जा सकता है. गर्भावस्था के 25वें सप्ताह तक दिमाग कॉफ़ी बीन के आकार जितना बड़ा हो जाता है, वहीं 40वें सप्ताह तक यह एक अखरोट की तरह दिखने लगता है.
· धूम्रपान
· तनाव
· लेड एक्सपोजर
· सेरेब्रल मलेरिया या एचआईवी जैसी गंभीर बीमारी
पोषण से संबंधित खतरे
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गर्भवती महिला अक्सर यह जानना चाहती है कि वह गर्भावस्था के दौरान अपने शिशु के मानसिक विकास को कैसे दुरुस्त कर सकती है. उन्हें अच्छे और सही पोषण की समझ नहीं होती और न ही यह जान पाती हैं कि इससे शिशु के दिमाग पर कैसा प्रभाव पड़ता है. गर्भवती महिला को उचित सप्लीमेंट के साथ शिशु के संपूर्ण विकास के लिए पौष्टिक आहार लेना चाहिए.
गर्भावस्था के दौरान आपके शिशु के मानसिक विकास को बेहतर करने वाला भोजन
शिशु के मानसिक विकास के लिए पोषण के महत्व को समझने के बाद, सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल है - अपने शिशु के मानसिक विकास के लिए मुझे कैसा भोजन करना चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान मानसिक विकास बेहतर करने के लिए सबसे अच्छा भोजन
· ताजे फल, सब्जियां और अनाज जैसे मैक्रोन्यूट्रिएंट
· सप्लीमेंट और माइक्रोन्यूट्रिएंट
गर्भावस्था के दौरान शिशु के मानसिक विकास के लिए कुछ सबसे अच्छे भोजन की सूचि नीचे दी गई है.
फल और सब्जियों के साथ रोजाना प्रीनेटल विटामिन लेने चाहिए
गर्भवती महिलाओं को चिकित्सक के सुझाए प्रीनेटल विटामिन नियमित तौर पर लेने चाहिए. आम तौर पर, चिकित्सक यह प्रीनेटल विटामिन फल और सब्जियों के साथ लेने की सलाह देते हैं. इससे गर्भवती महिलाओं को यह समझना चाहिए कि इस तरह के विटामिन असली भोजन की जगह नहीं ले सकते.
शिशु के दिमाग, आखों और नर्वस सिस्टम के बेहतर विकास के लिए ओमेगा 3 फ़ैटी ऐसिड बेहद जरूरी है. चिकित्सक रोजाना डीएचए के 200 एमजी के सेवन की सलाह देते हैं, यह ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड का एक कंपोनेंट होता है. ओमेगा 3 से भरपूर कुछ प्राकृतिक स्रोत हैं :
· फ़्लैक्स और चिया सीड
· फ़ोर्टीफ़ाएड एग
· सालमन, ट्यूना, सारडाइन वगैरह जैसे समुद्री भोजन
कोलीन
कोलीन शिशु के दिमाग, रीढ़ की हड्डी और न्यूरोट्रांस्मिटर के विकास के लिए बेहद जरूरी है. यह शिशु में अच्छी याद्दाश्त को भी बढ़ावा देता है. यह भोजन कोलीन से भरपूर हैं :
· सालमन
· अंडा
· आलू, गोभी और ब्रोकली जैसी सब्जियां
· क्विनोआ
· मूंगफ़ली
· लीन बीफ़
प्रोटीन में मौजूद अमीनो एसिड कोशिकाओं के निर्माण और रिपेयर के लिए बेहद जरूरी होते हें. गर्भावस्था के दौरान प्रोटीन दिमाग की कोशिकाओं के विकास में मदद करती हैं.
गर्भवती महिलाओं को नीचे दी गई प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए :
· दूध जैसे डेरी उत्पाद और अंडे
· स्पिलिट पी, बीन्स और लेंटिल्स जैसी फलियां
· संपूर्ण अनाज
· पोल्ट्री
· बादाम, अखरोट, मूंगफ़ली और काजू जैसा मेवा और बीज
· सालमन और श्रिंप
ताजा फल और सब्जियां एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं. ये शिशु के दिमाग की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने से बचाती हैं. विशेषज्ञ गर्भवती महिलाओं को रोजाना कम से कम 7 बार फल और सब्जियां खाने की सलाह देते हैं. एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर भोजन नीचे दिए गए हैं:
· डार्क चॉक्लेट
· स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी जैसी बेरी
· गाजर, स्कवाश, ब्रोकली, मटर, बीन्स और शतावर जैसी सब्जियां
· पालक, बंदगोभी, और लेटुस जैसी पत्तेदार सब्जियां
· एवाकाडो
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आयरन से हीमोग्लोबिन बनता है, जो ऑक्सीजन के संचार के लिए बेहद जरूरी है. गर्भावस्था के दौरान शिशु का मनासिक विकास ऑक्सीजन के संचार पर बहुत ज्यादा निर्भर करता है. नीचे दिए भोजन की मदद से गर्भवती महिलाओं को आयरन की मात्रा बढ़ानी चाहिए :
· कॉर्नफ़्लेक्स जैसे आयरन फ़ॉर्टीफ़ाएड भोजन
· सफेद सेम, राजमा, मटर, और लेंटिल जैसी सब्जियां
· एप्रिकॉट, पीच और किशमिश जैसे मेवा
· पालक और ब्रोकली जैसी पत्तेदार सब्जियां
मां और शिशु दोनों के लिए गर्भवती महिला के थायरॉएड को पर्याप्त हॉर्मोन के स्राव करने की जरूरत पड़ती है. ऐसा इसलिए क्योंकि शिशु का थाएरॉएड गर्भावस्था के 20वें सप्ताह तक अविकसित रहता है. आयोडीन युक्त भोजन और सप्लीमेंट की मदद से मां के अंदर पर्याप्त हॉर्मोन बन पाते हैं जिससे शिशु का मानसिक विकास अच्छे से हो पाता है. गर्भवती महिलाओं के लिए आयोडीन से युक्त सबसे अच्छे भोजन नीचे दिए गए हैं :
· ट्यूना, श्रिंप और सीवीड जैसे समुद्री भोजन
· दूध, दही और चीज जैसे डेयरी उत्पाद
· आयोडीन युक्त नमक
शिशु के मानसिक विकास के लिए जिंक बेहद जरूरी होता है क्योंकि से दिमाग की कोशिकाओं के निर्माण को तेज कर देता है. शिशु के मानसिक विकास के लिए गर्भवती महिलाएं नीचे दिए जिंक युक्त भोजन कर सकती हैं:
· लीन बीफ़ और पोल्ट्री
· काजू, बादाम और मूंगफली जैसा मेवा
· कॉर्नफ़्लेक्स और सेरेल्स जैसे फ़ोर्टीफ़ाएड भोजन
शिशु की दिमाग के अलग अलग हिस्सों के विकास में विटामिन बी कॉम्पलेक्स की अहम भूमिका होती है. शिशु के दिमाग के लिए डीएनए/आरएनए रिपेयर और सिंथेसिस, मॉलीक्यूल को सिग्लन भेजने और ऊर्जा का निर्माण करने के लिए इस माइक्रोन्यूट्रिएंट का होना बेहद जरूरी है.
विटामिन बी कॉम्पलेक्स नीचे दिए भोजन में प्राकृतिक रूप से मिलता है :
· शिटेक मशरूम, आलू, ब्रोकली, और पालक जैसी ताजी सब्जियां
· एवेकाडो, पपीता और केला जैसे ताजे फल
· ब्राउन राइस, ओट्स और गेंहूं जैसे साबुत अनाज
· छोला और राजमा जैसी फलियां
· ट्यूना और सालमन जैसा समुद्री भोजन
गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को ताजा और पोषण युक्त भोजन करना चाहिए. उपयुक्त व्यायाम और तनाव से बचने से भी शिशु के मानसिक विकास पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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