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Skin Problems
21 August 2023 को अपडेट किया गया
एक्ज़िमा, त्वचा पर बार-बार होने वाला ऐसा संक्रमण है जो अलग-अलग तरह से उभर सकता है. उदाहरण के लिए, चेहरे के एक्ज़िमा और हाथ के एक्ज़िमा, दोनों के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. लेकिन आम तौर पर, यह लाल निशान, सूजन और मवाद भरे फोड़े के रूप में उभरता है. इसमें लगभग हमेशा ही बहुत खुजली होती है.
एक्ज़िमा के प्रकारों, वजहों और लक्षणों के बारे में आगे विस्तार से बताया गया है.
मोटे तौर पर, एक्ज़िमा अलग-अलग तरह के होते हैं. हर प्रकार के बारे में आगे बताया गया है.
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एटॉपिक एक्ज़िमा या एटॉपिक डर्माटाइटिस एक सामान्य तरह का एक्ज़िमा है. आम तौर पर एटॉपिक एक्ज़िमा के पीड़ितों में इस बीमारी, अस्थमा या/और हे फ़ीवर का पारिवारिक इतिहास होता है. एटॉपिक एक्ज़िमा किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है, लेकिन यह आम तौर पर बचपन में होता है.
इसे डिस्कॉइड एक्ज़िमा भी कहते हैं. इस तरह के एक्ज़िमा में, त्वचा पर गोल-गोल लाल चकत्ते पड़ जाते हैं.
इसे आम तौर पर डैंड्रफ भी कहा जाता है. ये नवजात बच्चों के सिर में होता है. बड़ों में यह नाक, आंख, भौंह और जननांगों के आसपास होता है.
इस तरह का एक्ज़िमा उन जगहों पर होता है, जहां लोग ज्यादा खुजाते हैं. जैसे, गर्दन के पीछे, सर, जननांग, कान वगैरह.
कभी-कभी पैरों के निचले हिस्सों की नसों से खून वापस दिल तक नहीं लौट पाता. इस स्थिति में स्टैसिस एक्ज़िमा हो सकता है, जिससे पैरों में सूजन आ जाती है.
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ये एक्ज़िमा के सबसे महत्वपूर्ण कारण हैं:
खाने के प्रति संवेदनशीलता की वजह से, खास तरह के खानों के प्रति शरीर प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेता है. खाने की एलर्जी से तुरंत और गंभीर रिएक्शन होते हैं. लेकिन खाने के प्रति संवेदनशीलता काफी हल्की होती है और इसका असर दिखने में 72 घंटे लग सकते हैं. अगर कुछ खास खाने के बाद किसी व्यक्ति के शरीर में कुछ उभरने लगता है, तो हो सकता है कि वह उस खाने के प्रति संवेदनशील हो. हालांकि, खाने के प्रति संवेदनशीलता खाने की एलर्जी जितनी गंभीर नहीं होती. लेकिन फिर भी, इससे सूजन और एक्ज़िमा हो सकता है.
आंतों में पर्मिबिलिटी तब होता है जब छोटी आंत के जोड़ खुल जाते हैं. इसे आम तौर पर “लीकी गट” भी कहा जाता है. इससे विषैले तत्व, खाने के बारीक कण, और वायरस खून में चले जाते हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता उन्हें बाहरी चीज समझकर उनसे लड़ती है, इससे जलन और एक्ज़िमा हो सकता है.
कैंडिला और सीबो आंत में होने वाले दो समान्य संक्रमण हैं. इनसे एक्ज़िमा हो सकता है. कैंडिला, एक्ज़िमा की सबसे मुख्य वजह होती है क्योंकि यीस्ट या खमीर, आंत के जरिए त्वचा में दिक्कत पैदा कर सकता है.
एक्ज़िमा के इलाज के लिए अक्सर विटामिन डी के सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इनकी कमी भी एक्ज़िमा की वजह बन सकती है. विटामिन ए हमारी त्वचा को रिपेयर करता है. इसकी कमी से भी एक्ज़िमा के लक्षण दिख सकते हैं.
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केमिकल के संपर्क में आने या रोजाना की कुछ चीजों से एक्ज़िमा हो सकता है. इनमें से कुछ आम कारण हो सकते हैं:
· मोल्ड
· साबुन और डिटर्जेंट
· घर साफ करने वाले केमिकल
· लोशन और शैंपू में पाए जाने वाले केमिकल
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· खुशबूदार मोमबत्तियां और परफ़्यूम
एक्जिमा के लक्षण बच्चों और बड़ों में अलग-अलग हो सकते हैं.
पीड़ित की उम्र के आधार पर एक्ज़िमा अलग-अलग हो सकता है. छह महीने या उससे छोटी उम्र के बच्चों को एटॉपिक एक्ज़िमा होता है, जो लाल निशान और थोड़ा गीलापन या रिसाव लिए होता है. सांवले रंग के बच्चों में एक्ज़िमा होने से उनकी त्वचा का रंग बदल सकता है और वे भूरे या बैंगनी दिखने लग सकते हैं.
इसके अलावा, त्वचा में काफी खुजली हो सकती है. 6 से 12 महीनों के बच्चों में, एक्ज़िमा उन अंगों या जगहों पर होता है जिनसे बच्चे घिसटते हैं. इसमें लाल निशान और सूजन हो सकती है. अगर संक्रमण है, तो इसके ऊपर पीली परत होगी.
5 साल से बड़े बच्चों को एक्ज़िमा, लाल और खुजली वाले दानों के तौर पर हो सकता है. गहरे रंग की त्वचा पर ये दाने बड़े लग सकते हैं और एक्ज़िमा भी गहरा रंग लिए हो सकता है.
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बड़ों में एक्ज़िमा के लक्षण होते हैं:
· त्वचा में रूखापन और खुजली
· त्वचा का रंग बदल हुआ या सूजन
· सूजन
· त्वचा से रिसाव या पपड़ी जमना
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· पिगमेंटेशन
एक्ज़िमा के कारण या लक्षणों से जरूरी ये है कि समय पर इसकी पहचान हो जाने से एक्ज़िमा के इलाज में मदद मिल सकती है. हेल्थ पर इस तरह के और लेख पढ़ने के लिए माईलो परिवार का ब्लॉग फॉलो करें.
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Written by
Priyanka Verma
Priyanka is an experienced editor & content writer with great attention to detail. Mother to an 11-year-old, she's a ski
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