शिशु का वज़न बढ़ाने में बेहद कारगार है ये प्राकृतिक उपाय
hamburgerIcon

Search f

Orders

login

Profile

Skin CareHair CarePreg & MomsBaby CareDiapersMoreGet Mylo App

Get MYLO APP

Install Mylo app Now and unlock new features

💰 Extra 20% OFF on 1st purchase

🥗 Get Diet Chart for your little one

📈 Track your baby’s growth

👩‍⚕️ Get daily tips

OR

Cloth Diapers

Diaper Pants

This changing weather, protect your family with big discounts! Use code: FIRST10This changing weather, protect your family with big discounts! Use code: FIRST10
ADDED TO CART SUCCESSFULLY GO TO CART

Article Continues below advertisement

  • Home arrow
  • Caring for your Newborn arrow
  • शिशु का वज़न बढ़ाने में बेहद कारगार है ये प्राकृतिक उपाय arrow

In this Article

    शिशु का वज़न बढ़ाने में बेहद कारगार है ये प्राकृतिक उपाय

    Caring for your Newborn

    views icons113197

    शिशु का वज़न बढ़ाने में बेहद कारगार है ये प्राकृतिक उपाय

    12 December 2022 को अपडेट किया गया

    शिशु के जन्म के बाद हर माता-पिता की यही ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा स्वस्थ और हेल्दी रहें. साथ ही साथ उसकी वजन व लंबाई भी सही तरीके से बढ़ती रहें. वैसे तो शिशु के पहले तीन साल बेहद महत्वपूर्ण होते है, क्योंकि इस दौरान शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास तीव्र गति से होता है. बता दें, नवजात शिशु का वजन ढाई किलों से चार किलो के करीबन सही माना जाता है. परंतु, अगर जन्म के वक्त बच्चे का वजन ढाई किलों से कम होता है तो इसका मतलब है कि आपका शिशु कमज़ोर है और उसे विशेष देखभाल की आवश्यकता है. क्योंकि, इस वक्त अगर शिशु के विकास पर ब्रेक लग जाएं तो फिर यह क्षति जिंदगीभर कभी पूरी नही हो पाएगी. लेकिन, इन टिप्स को अपनाकर आपको अपने शिशु के वजन को बढ़ाने में मदद मिलेगी.

    • अमृत है मां का दूध

    जन्म से लेकर छह महीने तक शिशु के विकास के लिए मां का दूध अमृत के समान होता है. मां के दूध में एंटीबॉडी नामक एक प्रोटीन होता है जो शिशु के शरीर को कई तरह के संक्रमण से लड़ने में मदद करता है. दरअसल, छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत नहीं होती. जिस वजह से वो खुद एंटी बॉडी नही बना पाते है. परंतु, जैसे- जैसे वह बड़ा होता है उसका इम्यून सिस्टम पूर्ण रूप से विकसित होने लगता है. इसके अलावा, कम वज़न वाले बच्चों के फेफड़े पूरी तरह से विकसित नही होते है. ऐसे में उन्हें दूध पीने में बहुत अधिक परेशानी होती है. ऐसे में आपको शिशु को दूध पिलाने के लिए धैर्य रखने की आवश्यकता होती है और आपको उसे बार-बार दूध पिलाने की कोशिश करनी चाहिए. क्योंकि, अगर आपका बच्चा एक बार दूध पीना सीख जाएगा तो वो आसानी से स्तनपान करेगा. वहीं, अगर लाख कोशिशों के बाद भी आपका शिशु स्तनपान नही कर रहा है तो मां को अपना स्तनदूध एक साफ और उबले हुए कप में निकालकर शिशु को रूई या चम्मच की सहायता से पिलाना चाहिए. वहीं, जब तक आपके शिशु का वज़न सामान्य नही होता तब तक उसे हर दो घंटे में दूध पिलाते रहे.

    • तापमान नियंत्रित

    कम वजन वाले नवजात शिशुओं को अपने शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखने में बेहद दिक्कत आती है. क्योंकि अगर शरीर का तापमान नियंत्रित न हो तो उन में संक्रमण होने का ख़तरा बढ़ जाता है. ऐसे में आवश्यक है कि शिशु के शरीर के तापमान को कृत्रिम तरीकों से नियत्रिंत किया जाएं.

    Article continues below advertisment

    • पर्याप्त नींद

    स्तनपान के साथ पर्याप्त नींद शिशु के विकास के लिए बेहद लाभदायक है. दरअसल, नवजात शिशु दिन में कम से कम बीस घंटे सोता है, जिसकी वजह से उसके शरीर में उत्तको, मांसपेशियों का विकास होता है. इसके अलावा, उसके वजन में भी परिवर्तन आता है.

    शिशु का वज़न बढ़ाने के लिए बेहद कारगार है ये टिप्स

    • जन्म के बाद शिशु को मां के संपर्क में रखना बेहद ज़रूरी होता है. क्योंकि, इससे बच्चे का तापमान हमेशा संतुलित रहता है.
    • डिलवरी के बाद मां और शिशु दोनों को मौसम के अनुकूल कपड़े पहनने चाहिए. जैसे गर्मियों मे सूती और सर्दियों में ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करें.
    • बच्चे को जिस कमरे में रखें, वो साफ़-सुथरा औऱ गर्म होना चाहिए.
    • शिशु को डॉक्टर की सलाह के बिना न नहलाए. इसके अलावा, शिशु को ज्यादा देर तक बिना कपड़ों के न रखें.

    कंगारू केयर

    • कम वज़न वाले बच्चे को सेहतमंद रखने के लिए आप कंगारू केयर का सहारा ले सकती है. इसमें शिशु को स्किन-टू-स्किन टच देना होता है. ऐसे में मां को सोते वक्त अपने बच्चे को अपने पेट के ऊपर सुलाना होता है. जिससे शिशु का संपर्क मां की त्वचा से रहता है और इससे उसके शरीर का तापमान भी नियत्रिंत रहता है.

    Trending Articles

    व्रत में क्या खाना चाहिए | pregnancy me kamar dard ka ilaj | बच्चों के दस्त ठीक करने के देसी घरेलू उपाय | pregnancy me weight na badna

    Article continues below advertisment

    Popular Articles

    monkeypox in hindi | बच्चों का पेट साफ करने की दवा | बच्चों के लिए पौष्टिक आहार बनाने की विधि | placenta previa in hindi

    Is this helpful?

    thumbs_upYes

    thumb_downNo

    Written by

    Jyoti Prajapati

    Get baby's diet chart, and growth tips

    Download Mylo today!
    Download Mylo App

    RECENTLY PUBLISHED ARTICLES

    our most recent articles

    foot top wavefoot down wave

    AWARDS AND RECOGNITION

    Awards

    Mylo wins Forbes D2C Disruptor award

    Awards

    Mylo wins The Economic Times Promising Brands 2022

    AS SEEN IN

    Mylo Logo

    Start Exploring

    wavewave
    About Us
    Mylo_logo

    At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:

    • Mylo Care: Effective and science-backed personal care and wellness solutions for a joyful you.
    • Mylo Baby: Science-backed, gentle and effective personal care & hygiene range for your little one.
    • Mylo Community: Trusted and empathetic community of 10mn+ parents and experts.