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Pregnancy
23 September 2024 को अपडेट किया गया
गर्भावस्था ऐसा समय होता है, जब चिंता, हार्मोनल उतार-चढ़ाव और सबसे महत्वपूर्ण बात, शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिस वजह से कई बार गर्भवती महिला रात में चैन की नींद नहीं सो पाती. हालाँकि, प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में तो पीठ के बल सोने में कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन जैसे-जैसे इन नौ महीनों में शिशु का विकास होता है; वैसे-वैसे शरीर का अगला हिस्सा भारी होने लग जाता है. इस वजह से पीठ पर भी भार पड़ने लगता है. ऐसे में जब गर्भवती महिला पीठ के बल लेटती है तो गर्भाशय का पूरा भार शरीर के दूसरे अंगों पर भी पड़ता है, जिस कारण ब्लड सर्कुलेशन के बिगड़ने की संभावना बढ़ जाती है.
इसी वजह से गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर महिलाओं को ख़ासतौर पर बायी तरफ़ करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं. दरअसल, ये स्थिति आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए उचित होती है क्योंकि यह अपरा (प्लेसेंटा) तक खून व पोषक तत्वों का परवाह बनाए रखने में मदद करती है. ऐसे में आपके पेट पर अधिक तनाव न हो और आप चैन की नींद सो सकें, इसके लिए आपको बाज़ार में मिलने वाले सी शेप प्रेग्नेंसी पिलो का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके इस्तेमाल से ना केवल आपके पेट पर से थोड़ा दबाव कम पड़ेगा; बल्कि गर्भावस्था के दौरान पैरों में आने वाली सूजन भी कम होगी. हालाँकि, अगर आप रातभर एक ही स्थिति में सोकर थक गई हैं, तो आप थोड़ी देर के लिए करवट बदलकर दायीं तरफ़ भी सो सकती हैं. इसके अलावा, अगर आप आधी रात को उठकर पाती हैं कि आप अपनी पीठ के बल या अपने पेट के बल सो रही हैं, तो ऐसे में आपको चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है, आप बस अपनी करवट बदलें और दोबारा सो जाएँ.
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हाँ, लेकिन प्रेग्नेंसी पिलो ख़रीदते हुए एक बात का ज़रूर ध्यान रखें कि वह ना तो ज़्यादा मोटा होना चाहिए और ना ही ज़्यादा हार्ड, क्योंकि इससे ना केवल संतुलन बनाने में परेशानी आती है; बल्कि गर्दन में दर्द होने की संभावना भी अधिक रहती है. ऐसे में कुछ भी करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें.
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Written by
Ravish Goyal
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